रविवार, 9 मई 2010

संवारें मां की सेहत

संवारें मां की सेहत

तू कितनी अच्छी है... ओ मां!

तू कितनी अच्छी है... ओ मां!

मां तो आखिर मां है!

मां तो आखिर मां है!

हम उसी में खो जाएंगे एक दिन

हम उसी में खो जाएंगे एक दिन

SITARAM PRAJAPATI THAWALI: मां से ही शुरू होता है महानता का पथ

SITARAM PRAJAPATI THAWALI: मां से ही शुरू होता है महानता का पथ

मां से ही शुरू होता है महानता का पथ

मां से ही शुरू होता है महानता का पथ

मां निस्वार्थ प्रेम का सबूत है

मां निस्वार्थ प्रेम का सबूत है